महाकुंभ में संगम तट पर कैसे मची भगदड़? प्रत्यक्षदर्शी की जुबानी, हादसे की आंखों देखी
Prayagraj Tragedy: प्रयागराज महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर शाही स्नान को लेकर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। इस दौरान अचानक भगदड़ मच गई। भगदड़ के बाद प्रशासन के अनुरोध पर अखाड़ा परिषद् ने आज का शाही स्नान रद्द कर दिया।

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Maha Kumbh Mela Stampede: महाकुंभ में मंगलवार की देर रात भगदड़ मच गई। इसमें कई लोगों के मारे जाने की खबर है, जबकि कई के घायल होने की भी खबर हैं। अब तक प्रशासन ने मौत और घायलों की संख्या को लेकर कोई जानकारी नहीं दी है। भगदड़ के बाद प्रशासन के अनुरोध पर सभी 13 अखाड़ों ने आज मौनी अमावस्या का अमृत स्नान रद्द कर दिया है। इस बीच पीएम मोदी ने सीएम योगी से घटना के संबंध में जानकारी ली है।
प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो अफवाह के कारण संगम पर भगदड़ मची। अफवाह के बाद श्रद्धालु जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे। कुछ श्रद्धालु बिजली के पोल पर चढ़ गए। वहीं कुछ भागने के चक्कर के जमीन पर गिर गए। ऐसे में लोग कुचलते हुए निकल गए। हादसे के बाद करीब 70 से अधिक एंबुलेंस संगम के तट पर पहुंचीं। इनमें घायलों को मेला क्षेत्र में बने हाॅस्पिटल लाया गया।
श्रद्धालुओं की एंट्री रोकी
हादसे के बाद संगम तट पर एनएसजी कमांडो ने मोर्चा संभाल लिया है। फिलहाल आम लोगों की एंट्री बंद कर दी गई है। प्रयागराज शहर की सीमा वाले सभी जिलों में श्रद्धालुओं की एंट्री रोक दी गई है। महाकुंभ में आज मौनी अमावस्या का शाही स्नान है। मंगलवार को करीब साढ़े 5 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई। पूरे शहर में सुरक्षा के लिए 60 हजार से ज्यादा जवानों को तैनात किया गया है। हादसे को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने दुख जताया है। उन्होंने कहा कि यह घटना दुखद है। जो कुछ हुआ वह ठीक नहीं हुआ। अखाड़ा परिषद् ने जनहित को ध्यान में रखते हुए अमृत स्नान को रद्द करने का फैसला किया है।
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